भारत में कुपोषण एक मौन राष्ट्रीय आपातकाल जैसा रहा है और COVID-19 के साथ हमारे पोषण लक्ष्यों को प्राप्त करने का संघर्ष पहले से कहीं अधिक बड़ा हो जाएगा. कुपोषण प्रतिरक्षा को कम करके उच्च मृत्यु दर और रुग्णता को बढ़ाता है और जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है. यदि पोषण और स्वच्छता हर घर में शुरू हो सकती है, तो समाज के भविष्य के स्वास्थ्य के लिए एक मजबूत नींव रखी जा सकती है. इस मुद्दे से निपटने के प्रयास में, आरबी और महाराष्ट्र सरकार ने Nutrition India Programme के माध्यम से पहल की है. कार्यक्रम ने राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों अमरावती और नंदुरबार में दो सफल मॉडल लागू किए हैं.