वो नीतीश कुमार जिन्होंने चार साल पहले नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के पहले 17 साल पुराना गठबंधन तोड़ा था. वो नीतीश कुमार जिन्होंने कुछ ही महीने पहले बीजेपी को रोकने के लिए विपक्षी एकजुटता का मुद्दा उठाया था, सभी दलों को एकसाथ लाने की पहले की थी, संघमुक्त भारत का नारा दिया था. वही नीतीश बदले बदले नज़र आए. वह पीएम मोदी की तारीफ़ करते नहीं थक रहे. यहां तक कि उन्होंने यह भी कह दिया कि मोदी का मुक़ाबला करने की किसी में क्षमता नहीं है.