डॉ. नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पांसरे, एमएम कलबुर्गी और गौरी लंकेश.. ये वो नाम हैं जो कट्टरपंथियों का शिकार बने और जिनकी हत्या की जांच अभी चल ही रही है. ये जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है और आरोपियों की गिरफ़्तारी हो रही है, ये शक़ गहरा होता जा रहा है कि कहीं ना कहीं कुछ हिंदू कट्टरपंथी संगठन इन हत्याओं के पीछे हैं. ऐसे ही संगठनों में हैं सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति जिन पर पिछले कुछ समय में ये आरोप गाढ़े हो गए हैं. हिंदू राष्ट्र बनाने की पक्षधर ये संस्थाएं अब इन आरोपों का जवाब देने सामने आईं हैं. सोमवार को उन्होंने कहा कि हत्याओं से उनका कोई लेना देना नहीं है और उन्हें जानबूझकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.