प्रधानमंत्री कहते हैं, धर्म और आतंकवाद को जोड़ें नहीं। वे कहते हैं, ये गांधी और बुद्ध का देश है। लेकिन उनके समर्थक, उनकी पार्टी के नेता, उनके राज्यपाल कुछ और कहते हैं। वे कहते हैं, मुसलमान बाहर जाएं, बीफ़ खाने वाले भारतीय नहीं। आखिर ऐसा राष्ट्रवाद, ऐसा सांप्रदायिक तीखापन क्यों दिख रहा है?