देश में इस वक्त मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात हैं. बेड से लेकर ऑक्सीजन तक जैसी बुनियादी चीजों की जरूरतों के लिए अस्पताल सरकारों से गुहार लगा रहे हैं. रोजाना परेशान करने वाले मामले सामने आते हैं, कोरोना के इस आपातकाल रिपोर्टर परिमल कुमार ने एक कविता लिखी है, जो सिस्टम की लाचारी और आम जनता की बेबसी को बयां कर रही है.