सोमवार को दिल्ली में हुए हिंसा में मारे गए हवलदार रतन लाल के गांव राजस्थान के सीकर में शोक की लहर दौर गयी है. उनके मौत की खबर पहुंचते ही पूरे गांव में लोग मातम मना रहे हैं. बता दें कि 42 साल के रतन लाल अपने पीछे तीन बच्चे और पत्नी को छोड़ गए हैं. गांव के लोगों का कहना है कि रतन लाल का कभी किसी से लड़ाई-झगड़े की बात तो दूर, 'तू तू मैं मैं' से भी वास्ता नहीं रहा.बुधवार को रतन लाल का शव उनके गांव पहुंचेगा. मंगलवार को दि्ल्ली में उन्हें उपराज्यपाल ने श्रद्धांजलि अर्पित की.