देश के 60 से ज्यादा हवाईअड्डों और दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा संभाल रहे अर्धसैनिक बल CISF ने सरकार को यह जवाब देने के लिये और वक्त मांगा है कि क्या ट्रांसजेंडर को बल के ‘‘काम्बैट आफिसर ’’के तौर पर भर्ती किया जा सकता है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. अपनी तरह के इस पहले कदम में गृह मंत्रालय ने इस मुद्दे पर पांच अर्धसैनिक या केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफएस) से हाल में “टिप्पणी” मांगी थी जिससे केंद्रीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को सूचित किया जा सके कि जल्द ही प्रकाशित होने वाली इस साल की CISF सहायक कमांडेंट की परीक्षा की अधिसूचना में “ट्रांसजेंडर” श्रेणी का शामिल करना है या नहीं.