महाराष्ट्र के महिला बाल विकास मंत्री ने अंतरजातीय और अंतरधर्मीय प्रेम विवाह में आने वाली अड़चनों को समझने और मदद करने के लिए एक 13 सदस्यीय समिति बनाई है, जो जरूरत पड़ने पर ऐसे मामलों में जरूरी कानूनी मदद और मार्गदर्शन भी करेगी. लोगों की तरफ से इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.