बसंत पंचमी के पूर्व संध्या पर गंगा के तट पर गंगा की भव्य आरती हुई जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए प्रयाग के कुंभ में बसंत पंचमी के दिन अंतिम शाही स्नान होता है. इस दिन माना यह जाता है कि सरस्वती देवी का जन्म हुआ था तो प्रयाग के गंगा यमुना में संगम में जब सरस्वती मिलती है तो त्रिवेणी होती है. प्रयाग के कुंभ में भी कर्म और आध्यात्मिक के साथ जब ज्ञान मिलता है,तो कर्म ज्ञान और अध्यात्म की भी त्रिवेणी बहती है.