अब दक्षिण के दशहरे में भगवान राम और रावण भी दिखने लगे हैं. बेंगलुरु में मां दुर्गा का पंडाल भी सजा है, एक वक्त था जब उत्तर भारत के लोग ट्रेन के रास्ते मूर्तियां लेकर यहां आते थे. क्योंकि यहां पर चामुंडेश्वरी देवी और महिषासुर ही लोकप्रिय थे, लेकिन अब दक्षिण पर उत्तर का रंग भी चढ़ने लगा है.