खाद की मांग कम होने से भरे हैं सहकारी समिति के गोदाम

  • 2:28
  • प्रकाशित: जनवरी 05, 2017
31 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि खाद की मांग बढ़ी है, जबकि हकीकत कुछ और है. मौसम अनुकूल होने के चलते किसानों ने समय पर फसलों की बुआई करने के लिए बाजार से उधार खाद खरीदकर काम चलाया.

संबंधित वीडियो