दिव्यांगता एक चुनौती है लेकिन यह सपनों को पूरा करने और अपने चुने हुए क्षेत्र में सफलता पाने में बाधा नहीं हो सकती है. इसके लिए साहस, दृढ़ इच्छाशक्ति और एक सहायक वातावरण की आवश्यकता होती है. ऑटिज्म से पीड़ित 27 वर्षीय बेंजी कुमार ऐसी ही एक उपलब्धि हासिल करने वालीं एक उदाहरण है. उन्होंने न केवल अपनी चुनौतियों से पार पाई, बल्कि एक ऐसी संगीतकार बनीं, जिन्होंने कई अवॉर्ड जीते हैं और पूरे भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक हजार से अधिक प्रोग्राम किए हैं. भले ही बेंजी धाराप्रवाह बात नहीं कर सकती, लेकिन वह बिना किसी बाधा के आसानी से गाना गाती हैं.