Inspector Amanjot Singh On Lawrence Bishnoi: लॉरेंस के पिता का सपना था कि बेटा IAS ऑफिसर बने. अबोहर से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद लॉरेंस चंडीगढ़ चला गया. यहां उसने DAV कॉलेज में दाखिला लिया. धीरे-धीरे उसकी दिलचस्पी छात्र राजनीति में होने लगी. वह लॉ की पढ़ाई करने लगा. इसी दौरान उसकी दोस्ती गोल्डी बराड़ से हुई. बाद में ये लॉरेंस का राइट हैंड बन गया. गोल्डी बराड़, अब कनाडा में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता है.