सैफुद्दीन सोज़ पहले ऐसे नेता है, जिन्होनें मुशर्रफ को सही ठहराया है कश्मीर पर. तो गुलाम नबी आजाद शायद पहले भारतीय नेता होंगे जिन्हें सही ठहरा रहा है आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा. लश्कर ने बयान जारी कर कहा है कि इस मामले में हमारी राय ग़ुलाम नबी आज़ाद की राय से अलग नहीं है. भारत सरकार जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू करके जगमोहन युग को वापस लाना चाहती है, ताकि बुनियादी ढांचे को तोड़ने और बेक़सूरों के नरसंहार को बढ़ावा दिया जा सके.