Different Languages In India: अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर हम भारत की लुप्त होती भाषाओं के संकट पर चर्चा कर रहे हैं। भारत में 19,500 मातृभाषाएं हैं, लेकिन हर साल करीब 4 भाषाएं विलुप्त हो रही हैं। पिछले 60 सालों में 250 भाषाएं खत्म हो चुकी हैं। गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी जैसी कई भाषाएं अभी तक संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं हैं। जानिए क्यों ये भाषाएं खत्म हो रही हैं और इन्हें बचाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं