राजस्थान का कोटा इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी से जुड़े कोचिंग संस्थानों के लिए मशहूर हब बन गया है. देशभर से हजारों छात्र प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए यहां आते हैं. कोटा की अर्थव्यवस्था एक तरीके से इन्हीं छात्रों की फीस पर चलती है. लेकिन क्या प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी की होड़ में लगे इन छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर हम ध्यान नहीं दे रहे हैं? कोटा फैक्टरी, इस पर एक वेब सीरीज भी बनी लेकिन हम इसको गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे हैं? ये समस्या और ज्यादा विकराल क्यों होती जा रही है?