किसी भी को खिलाड़ी को अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है और उसके संघर्ष की कहानी तभी सामने आती है जब वो एक मुकाम हासिल कर लेता है. खेल पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. खो-खो की कैप्टन नसरीन शेख ने दिल्ली की शकूरपुर की गलियों से निकलकर कैसे नई पहचान बनाई, यहां देखिए.