दिल्ली दंगों को लेकर दायर की गई चार्जशीट में बीजेपी नेता (BJP) नेता कपिल मिश्रा का कहीं कोई जिक्र नहीं है. दंगों के घटनाक्रम में हिंसा के लिए जामिया प्रदर्शनकारियों और नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों को जिम्मेदार ठहराया गया है. कपिल मिश्रा के "भड़काऊ" भाषण पर दिल्ली पुलिस ने "चुप्पी" साध रखी है. सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या दिल्ली में हुए दंगे एकतरफा थे, या दिल्ली पुलिस किसी एक को बचाने का प्रयास कर रही है.