कश्मीर से जम्मू तक कश्मीरी पंडितों की मायूसी भरी आवाजें न केंद्र सरकार तक पहुंच रही है और न ही जम्मू कश्मीर के प्रशासन तक. पिछले 158 दिनों से यह जम्मू इलाके में प्रदर्शन कर रहे हैं और कहीं और बसाने की मांग कर रहे हैं. इनका कहना है कि घाटी में इनकी जान सुरक्षित नहीं है.