26/11 हमले के आज नौ साल पूरे हो गए. पूर्व पुलिस ऑफिसर और इस मामले के मुख्य जांचकर्ता रहे रमेश महाले ने अपने किताब में यह दावा किया कि पूछताछ के दौरान कसाब को खुद के फांसी दिए जाने की आशंका नहीं थी. उल्टे उसने ताना दिया था कि जब आठ साल बाद भी अफजल गुरू को फांसी नहीं हुई, तो उसे क्या होगी. उस वक्त अफजल गुरू को फांसी नहीं दी गई थी.