अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखने के लिए 'पे-पोस्टर्स' के इस्तेमाल बढ़ा है. शहर के बाद अब ये हवा गांवों तक पहुंच गई है. अब कर्नाटक के किसानों ने भी अपनी मांग को लेकर कैंपेन शुरू किया है. किसानों की मांग है कि तीन हजार पचास रुपए की जगह चार हजार पांच सौ रुपए प्रति टन गन्ने का समर्थन मूल्य उन्हें दिया जाए.