पर्यावरण के अनुकूल पटाखे जो धुआं या आवाज नहीं देते हैं, बल्कि मिट्टी में लगाए जाने के बाद पौधे में बदल जाते हैं, दिवाली से पहले कर्नाटक के मंगलुरु में 'पेपर सीड' नामक एक संगठन द्वारा बनाए जा रहे हैं.