कांग्रेस नेता और वक़ील कपिल सिब्बल के बुलाए डिनर में विपक्ष के कई दिग्गज नेता शामिल हुए. ये डिनर यूं तो विपक्षी एकता के नाम पर दिया गया था. उस पर इसमें बात भी हुई लेकिन, जिस तरह से कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में एक और संसद के भीतर तथा बाहर विपक्ष को लामबंद करने की कोशिश में जुटे राहुल गांधी की ग़ैरमौजूदगी में इस डिनर का आयोजन किया गया उससे सवाल ये खड़े हो रहे हैं कि ये विपक्षी एकता का मामला है या कांग्रेस की अंदरूनी खेमेबाजी का. हालांकि, इस डिनर के दौरान कपिल सिब्बल ने बार बार कहा कि वो कांग्रेस के सिपाही हैं और वे कांग्रेस को मज़बूत करना चाहते हैं, साथ ही BJP के ख़िलाफ़ विपक्ष की मज़बूत मोर्चेबंदी हो वे इसके हिमायती हैं. इस बारे में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं हमारे सहयोगी उमाशंकर सिंह...