दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आज लेखक पुरुषोत्तम अग्रवाल द्वारा परिमार्जित कबीर ग्रंथावली का लोकार्पण किया हुआ. आयोजन की शुरुआत शुभा मुदगल के कबीर गायन से हुई. जाने-माने कवि और आलोचक अशोक वाजपेयी ने इसे कबीर परिघटना बताया. उन्होंने बताया कि कबीर का प्रमाणिक पाठ सामने आना कितनी महत्वपूर्ण बात है.