जब से बीएसएफ़ जवान तेज बहादुर और उसके बाद दूसरे बलों के जवानों ने ख़ुद को मिलने वाले राशन की क्वालिटी पर सवाल उठाए हैं, तब से आम जनता में भी ये जानने की इच्छा बढ़ी है कि जवानों तक राशन पहुंचता कैसे है. कौन तय करता है कि वो क्या खाएं. हम आपको दिखाते हैं एक ग्राउंड रिपोर्ट जो बीएसएफ़ के स्टोर से एलओसी पर जवानों तक राशन के पहुंचने का सफ़र दिखा रही है.