जेएनयू के छात्रों ने आज दिल्ली की सड़कों पर मार्च किया. वो मानव संसाधन मंत्रालय तक पहुंच गए. राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस से टकराव हुआ. पिछले कुछ दिनों में इन छात्रों ने काफ़ी कुछ झेला है. पुलिस की मार झेली, नक़ाबपोशों की मार झेली, अपने अधिकारियों की उपेक्षा ही नहीं, उनका छल भी झेला. अब वो अपने वीसी का इस्तीफ़ा चाहते हैं. वीसी उनका भरोसा खो चुके हैं. ये साफ़ हो गया है कि जब गुंडे लड़कों को पीट रहे थे, तब वीसी ने पुलिस को गेट पर रोक रखा था. ऐसे वीसी को जाना चाहिए. जाने से पहले इंडियन एक्सप्रेस में आज छपा जेएनयू के पूर्व वीसी योगेंद्र अलघ का एक छोटा सा लेख पढ़ना चाहिए. कैसे वो छात्रों से घुलते-मिलते थे.