जो हमें नुकसान पहुंचाएगा, उसका ही नुकसान होगा. अपनी पार्टी जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नीतीश के ये बोल बीजेपी को साफ संदेश है. यह उस नारे की याद दिलाता है जो राजनीतिक कार्यकर्ता चुनाव के वक्त या फिर पार्टियों में अंदरूनी विभाजन के वक्त लगाते हैं. वो नारा होता है- जो हमसे टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा. वैसे तो नीतीश और बीजेपी अभी साथ हैं, लेकिन ये साथ इसी बात पर निर्भर है कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू के बीच 40 लोक सभा सीटों का बंटवारा कैसे होता है. गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पटना जा रहे हैं. वे नीतीश कुमार से मिलेंगे. इसमें सीटों के बंटवारे पर बातचीत होगी. उसी के बाद गठबंधन की तस्वीर साफ होगी.