जम्मू कश्मीर में विधानसभा भंग होने के चौबीस घंटों के भीतर ही बीजेपी और सरकार विवादों से घिर गई है. पार्टी महासचिव राम माधव को अपना वह बयान वापस लेना पड़ा, जिसमें उन्होंने पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस पर पाकिस्तान के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था. वहीं राज्यपाल भी अपने बयानों से निशाने पर आ गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर महबूबा मुफ्ती का फैक्स उन्हें मिल भी जाता तो भी उनका फैसला वही होता. उन्होंने फैक्स मशीन के बारे में बोला कि ईद की वजह से कोई कर्मचारी ही नहीं था, यहां तक कि उन्हें खाना देने वाला भी कोई नहीं था.