प्रकाशित: जनवरी 22, 2017 10:24 PM IST | अवधि: 1:56
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जयपुर लिटरेचर फ़ेस्टिवल ख़त्म होने को है, लेकिन लोगों की पहुंचती भीड़ को देखकर कहा जा सकता है कि ये साहित्य का कुंभ है. सिर्फ़ किताबों पर चर्चा नहीं, साहित्य, अर्थशास्त्र, इतिहास और राजनीति सबके लिए यहां खुले मंच हैं.