राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया. इसके बाद शाम को प्रेस कान्फ्रेंस कर अपनी बात रखी. सिन्हा ने कहा, जिस बीजेपी का मैं हिस्सा था, उसमें आंतरिक लोकतंत्र था, मौजूदा भाजपा में इसकी कमी है. प्रतीकात्मक राजनीति स्वीकार्य नहीं, हम पूर्व में किए गए कार्यों पर बात करेंगे. राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के लिए मैं भाजपा के अपने पुराने साथियों से संपर्क करने का प्रयास करूंगा. राष्ट्रपति चुनाव निरंकुश शक्ति की विचारधारा और उससे आजादी की लड़ाई है.