यातायात के नियम तोड़ने पर लगने वाला बढ़ा हुआ जुर्माना 1 सितंबर से लागू हो गया है. इस नियम के तहत हुई कार्रवाई में कई लोगों के जुर्माने की कीमत उनके वाहन से ज्यादा पड़ी. ऐसे भी मामले सामने आए हैं. ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या चालान की रकम वाकई ज्यादा है? या जिस तरह से भारत में सड़कों पर दुर्घटनाएं हो रही थीं उन्हें देखते हुए ये कदम जायज है? इन्हीं सवालों पर हो रही है आज के पक्ष-विपक्ष में चर्चा