फ्रांस से खरीदे जाने वाले रफाल लड़ाकू विमान को लेकर दोनों तरफ से कई दावे किए जा रहे हैं. आप जानते हैं कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि ज़्यादा दाम किसी को लाभ पहुंचाने के लिए दिए जा रहे हैं और सरकार जवाब नहीं दे रही है तब रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि फ्रांस और भारत के बीच गोपनीयता की शर्त है जिसके कारण जानकारी सार्वजनिक नहीं हो सकती. तब रक्षा मंत्री ने 2008 के करार की बात कही और कहा कि ये करार तो यूपीए की सरकार ने ही किया है. 22 जुलाई के बिजनेस स्टैंडर्ड में अजय शुक्ला ने इस मामले में एक नई बात ये बताई है कि यूपीए ने 2008 में गोपनीयता की शर्त मानी थी मगर एनडीए ने भी इस शर्त को दस साल के लिए आगे बढ़ा दिया.