लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती ये मानी जाती है कि इसमें अलग अलग विचारधाराओं को, विविधता को सम्मान मिलता है. सब एक मत हो या न हों लेकिन अपना मत रखने की आज़ादी और उस पर कायम रहने की गुंजाइश होती है. आज के दौर में विरोध की चिंगारी को देशद्रोह के चश्मे से देखा जाने लगा है विरोध की स्वीकार्यता सिकुड़ती जा रही है .