क्या हमारा समाज लोकतांत्रिक है? क्या सारे काम काग़ज़ों पर होते हैं? क्या लोकतंत्र हमें हक़ देता है अपनी बात रखने का? क्या लोकतंत्र में वोट करना ज़रूरी? क्या लोकतंत्र में व्यावहारिकता बहुत कम है? मेरी आवाज सुनो की इस कड़ी में देखिए कोलकाता की जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किस तरह इन सभी सवालों पर अपनी राय रखी.