भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा दो अक्टूबर को रिटायर हो रहे हैं. विदाई समारोह में उन्होंने कहा कि इंसाफ़ का चेहरा और रवैया मानवीय होना चाहिए. सत्य का कोई रंग नहीं होता. उन्होंने कहा कि ग़रीब के आंसू और अमीर के आंसू बराबर होते हैं. CJI ने कहा कि मैं भी युवा पीढ़ी का हिस्सा हूं. भारतीय न्यायपालिका पूरी दुनिया में सबसे मज़बूत है. लोगों के अधिकारों को सुरक्षित रखा जाता है. हमलों के बावजूद न्यायपालिका मज़बूती से खड़ी है. उन्होंने कहा कि जस्टिस गोगोई न्यायिक स्वायत्ता और गरिमा को आगे बढ़ाते रहेंगे.