भारतीय अर्थव्यवस्था के और सुस्त होने का अंदेशा बढ़ता जा रहा है. सोमवार को अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 2019-20 के लिए भारत की जीडीपी विकास दर 5.8% से घटाकर 4.9% कर दी है. पहले विकास दर में गिरावट निवेश में कमी की वजह से थी, अब खपत भी काफी घट गई है. कृषि क्षेत्र में मज़दूरी की वृद्धि दर घटने से ग्रामीण परिवारों में वित्तीय संकट बढ़ गया है. वहीं, सख्त श्रम कानूनों की वजह से रोज़गार के नए अवसर घटते जा रहे हैं.