Jasprit Bumrah becomes palyer of the series: शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर भारत के दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने में यूं तो टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक योगदान दिया, लेकिन प्लेयर ऑफ द सीरीज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने सुपर से ऊपर प्रदर्शन से दिखाया कि न तो उनका जैसा प्रदर्शन पहले भारतीय क्रिकेट इतिहास में हुआ. और आने वाले कई सालों तक इस प्रदर्शन को दोहराना भी मुश्किल ही नहीं, असंभव सरीखा है. और बात सिर्फ यहीं तक नहीं ही खत्म नहीं हो जाती है. पूरे विश्व कप में बुमराह ने एक नहीं, बल्कि कई मौकों पर हारी हुई बाजी को जीत में बदल दिया. और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के खिलाफ खिताबी टक्कर में भी बुमराह ने दिखाया कि जो हारी हुई बाजी को जीत में बदल दे, उसे बुमराह कहते हैं. बुमराह को उनके टूर्मामेंट में शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला और उन्हें प्येयर ऑफ द सीरीज चुना गया, लेकिन इससे ऊपर बुमराह ने पूरे टूर्मामेंट में जो कर दिखाया, वह किसी भी रिकॉर्ड-बुक में दर्ज नहीं होता. यह दिलों में दर्ज होता है, यह यादों में दर्ज होता है.