इंडिया 7 बजे : अलविदा अरुणा शानबाग!

अरुणा शानबाग विदा हो गईं। अपने आखिरी सफर में वह चंद किलोमीटर चलीं, रोते बिलखते अपने परिजनों के साथ। खून का रिश्ता तो नहीं था, लेकिन वह रिश्ता खून के रिश्ते से ज्यादा बड़ा था, इंसानियत का अपनेपन का।

संबंधित वीडियो