असम के चाय बागानों पर नोटबंदी की मार का अभी तक हल नहीं निकला है. अब तक नकद मेहनाताना पाने वाले चाय बागान मजदूरों को शुरुआत में जन धन अकाउंट खोलने के लिए बोला गया और छोटे नोटों की कमी की वजह से कई मजदूरों को 2000 रुपये के नोट देकर आपस में बांटने के लिए कह दिया गया.