कुछ दिनों पहले गुजरात के भुज में लड़कियों के कपड़े उतरवाकर ये परीक्षण किया गया कि कहीं उन्हें पीरियड्स तो नहीं हो रहे. इसी तरह अमरावती में लड़कियों से वादा लिया गया कि वे प्रेम संबंध में नहीं पड़ेंगी. ये पितृसत्तामक सोच एक बार फिर तब सामने आई जब सरकार ने अदालत में यह तर्क दिया के सेना महिला अफसरों के लिए तैयार नहीं है. इसके बाद अदालत ने आदेश दिया है कि महिलाएं भी सेना में स्थाई कमीशन पा सकती हैं. अब तक महिलाओं ने सेना में जो भी हासिल किया है अदालत के आदेश के बाद ही हासिल किया है. इसी विषय पर देखिए हम लोग नगमा सहर के साथ.