लव और जिहाद फितरतन एक दूसरे से अलग हैं। मुहब्बत हो तो जिहाद का क्या मतलब? बावजूद इसके ये लफ्ज इन दिनों सबसे ज्यादा इस्तमाल होने वाला लफ्ज बन गया है। तो सवाल यह कि क्या लव जिहाद एक जबरदस्ती खड़ा किया गया मुद्दा है या इसमें कोई सच्चाई भी है? क्या ये लव कम और सियासी जिहाद ज्यादा है? हम लोग में देखिये एक खास चर्चा...