अमित शाह के भाषण के साथ ही बहुत आसानी से लोकसभा से दिल्ली बिल पास हो गया. Delhi Services Bill को निचले सदन ने ध्वनि मत (#voice vote) से पास हो गया. I.N.D.I.A. गठबंधन ने वोटिंग के वक्त वॉक ऑउट किया. करीब साढे़ 4 घंटे तक जोरदार बहस हुई. बिल के विरोधियों ने बार बार इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली की चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार के अधिकारों का ये बिल हनन करता है. बिल के विरोध में मुखर वक्ता रहे अधीर रंजन चौधरी, सुप्रिया सुले, दयानिधि मारन और राजीव रंजन लल्लन सिंह. वहीं सरकार की तऱफ से दिल्ली की केजरीवाल सरकार की "मनमानियों" पर हमला बोला मीनाक्षी लेखी, रमेश विधूड़ी, प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी. वहीं सरकार को साथ मिला बीजेडी, टीडीपी औऱ वाईएसआरसीपी ने. YSRCP के सांसद मिथुन रेड्डी ने तो ये भी कहा कि इस तरह का बिल आप केवल दिल्ली तक ही लाना..किसी और राज्य में नहीं.