सच और झूठ के बीच का फर्क ओझल सा होता जा रहा है. बार-बार बोला जा रहा झूठ भी अब सच का लबादा ओढ़ रहा है. ऐसे में झूठ की परतों को हटाकर उसे सबके सामने लाने का काम आज भी कुछ लोग कर रहे हैं. वो हर ख़बर को एक ही तराज़ू पर तोलते हैं और एक ही सवाल लगातार पूछते हैं, क्या असली, क्या नकली...