बिहार के अरवल ज़िले में बैंक आफ बड़ौदा के मैनेजर को क्यों गोली मारी गई? क्या दलालों से लड़ने की सज़ा मैनेजर आलोक चंदरा को मिली है. कितना दुखद है कि ईमानदारी की राह पर चलने वाले आलोक को सरेआम अपराधी गोली मार कर भाग गए.नियम कायदे से चलने के लिए 32 साल के मैनेजर को अपनी ज़िंदगी गंवानी पड़ती है.आलोक चंदा की हत्या को लेकर बिहार के अलग अलग ज़िलों में प्रदर्शन हो रहे हैं.