भविष्य में कोविड-19 जैसे प्रकोप को रोकने में विज्ञान कितना प्रभावी हो सकता है?

  • 5:03
  • प्रकाशित: अप्रैल 29, 2022
जीनोम सिक्‍वेंसिंग का इस्‍तेमाल सालों से वायरस, बैक्टीरिया, पौधों, जानवरों और मनुष्यों जैसे जीवों का अध्ययन करने के लिए किया जाता रहा है. फिलहाल यह नोवेल कोरोनावायरस की ग्रोथ और इसके वेरिएंट्स को समझने में मदद कर रहा है. टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक डॉ राकेश मिश्रा बताते हैं कि विज्ञान कैसे आगे चलकर कोविड-19 जैसे प्रकोप को रोकने में मदद कर सकता है.

संबंधित वीडियो