चालीस साल पहले दिल्ली के गाजीपुर में कूड़े कचरे को डंप करने का काम शुरु हुआ। धीरे धीरे वहां कूड़े का पहाड़ इतना बड़ा हो गया कि तीन दशक में ही उसकी ऊंचाई की तुलना कुतुब मीनार से होने लगी। उस कूड़े के पहाड़ में जब तब जहरीली गैस के कारण आग भी लग जाती है। इससे हवा इतनी खराब हो जाती है कि आस पास के लोगों के लिए सांस लेना भी मुहाल हो जाता है।