मध्य प्रदेश के चर्चित हनीट्रैप मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है, हनीट्रैप गैंग ने एक आईएएस अफसर से एक करोड़ रूपये लिये. मगर एसआईटी यानि स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम की अदालत में दाखिल चार्जशीट में आईएएस अफ़सर के नाम नहीं बताया गया है. जबकि ये साफ लिखा है कि एक करोड़ की रकम श्वेता विजय, आरती दयाल औऱ एक पत्रकार के बीच बंटी.