Hindenburg Report: हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट को अदाणी ग्रुप ने दुर्भावनापूर्ण और ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है.ग्रुप ने एक बयान जारी कर कहा है कि पूर्व निर्धारित निष्कर्षों तक पहुंचने के लिए पहले से सार्वजनिक जानकारी से चुनिंदा टुकड़े उठाकर रिपोर्ट बनाई गई है. ये काम निजी लाभ के लिए किया गया और ऐसा करते हुए तथ्यों और कानून की बेकद्री की गई.अदाणी ग्रुप इन आरोपों को सिरे से खारिज करता है. रिपोर्ट में पहले ही निराधार पाए गए आरोपों को फिर से पेश किया गया है.इन आरोपों को मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है. जाने इस मुद्दे पर क्या बोले प्रकाश जावडेकर