एक परिवार जिसे फ़ख़्र है और जो शुक्रगुजार भी है। 15 साल के सुरेश ने दसवीं में 87 फीसदी नंबर हासिल किए हैं। बीते साल अगस्त में एनडीटीवी की इस परिवार से मुलाकात तब हुई थी जब कर्ज की वजह से पिता भिक्षापति ने खुदकुशी कर ली थी।
19 साल की स्वप्ना और 14 साल के सुरेश को कॉलेज और स्कूल की पढ़ाई छोड़नी पड़ी, क्योंकि फीस भरने तक के पैसे नहीं थे। रिपोर्ट के बाद लोगों ने खूब मदद की और नतीजा सामने है...