आम तौर पर पाकिस्तान की राजनीति भारत के ज़िक्र बिना नहीं चलती। भारत के ख़िलाफ़ बयानबाज़ी वहां के नेताओं की पुरानी आदत और ज़रूरत रही है। लेकिन इधर पाकिस्तान के नेता लगातार हैरान कर रहे हैं। उनमें जैसे भारत को लेकर सम्मान उमड़ आया है। वे अपनी पुरानी गलतियां मान रहे हैं। ताज़ा मामला पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ का है। पूरे 25 साल बाद उन्होंने माना कि लाहौर घोषणापत्र का उल्लंघन पाकिस्तान ने किया था। इस घोषणापत्र में दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता का वादा था। मगर साल भर के भीतर पाकिस्तान ने ये वादा तोड़ दिया। वो खुद को कसूरवार मान रहे हैं।